परिचय:
2023 में एकादशी का महत्वपूर्ण स्त्रोत हिंदू धर्म में है। इसे भगवान विष्णु की पूजा एवं व्रत के रूप में माना जाता है। एकादशी के व्रत को मान्यता है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु धरती पर अवतरित हुए थे। यह एक शुभ दिन है और इसे ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण दिनों में गिना जाता है। इस लेख में, हम 2023 में आने वाली एकादशी की सूची के बारे में चर्चा करेंगे और इसे मनाने के तरीके पर बात करेंगे।

2023 में आने वाली एकादशी की सूची:

1. परिवर्तिनी एकादशी (4 जनवरी 2023):
– परिवर्तिनी एकादशी को ‘पाशं विष्णु’ के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन विष्णु भगवान की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्ति होती है।

2. जया एकादशी (18 जनवरी 2023):
– जया एकादशी को महाभारत के वीर भीम के नाम से भी जाना जाता है। इस एकादशी का व्रत करने से सभी कष्ट दूर होते हैं।

3. विजया एकादशी (2 फरवरी 2023):
– विजया एकादशी का व्रत करने से विजय प्राप्ति होती है और सभी कष्ट दूर होते हैं।

4. अमलकी एकादशी (16 फरवरी 2023):
– अमलकी एकादशी का व्रत करने से भगवान की कृपा प्राप्ति होती है और आत्मा पवित्र होती है।

5. पापमोचनी एकादशी (2 मार्च 2023):
– इस एकादशी का व्रत करने से पापों का नाश होता है और शुभ कर्मों की प्राप्ति होती है।

6. कामदा एकादशी (17 मार्च 2023):
– कामदा एकादशी को वृंदावनेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है। इस एकादशी का व्रत करने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्ति होती है।

7. वरूथिनी एकादशी (1 अप्रैल 2023):
– इस एकादशी का व्रत करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।

8. मोहिनी एकादशी (16 अप्रैल 2023):
– यह एकादशी शुक्ल पक्ष की अष्टमी को पड़ती है और इसका व्रत करने से भगवान की कृपा प्राप्ति होती है।

9. एकादशी (1 मई 2023):
– इस दिन का व्रत करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और मनोबल मजबूत होता है।

10. योगिनी एकादशी (16 मई 2023):
– योगिनी एकादशी का व्रत करने से आत्मा शुद्ध होती है और भगवान की कृपा प्राप्ति होती है।

11. अचला एकादशी (31 मई 2023):
– अचला एकादशी का व्रत करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

12. परिवर्तिनी एकादशी (15 जून 2023):
– इस एकादशी का व्रत करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और भगवान की कृपा प्राप्ति होती है।

13. युद्ध एकादशी (30 जून 2023):
– युद्ध एकादशी का व्रत करने से विजय प्राप्ति होती है और सभी कष्ट दूर होते हैं।

14. व्यास एकादशी (14 जुलाई 2023):
– व्यास एकादशी को विष्णुप्रिया के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन के व्रत से धन संपत्ति और सुख की प्राप्ति होती है।

15. सय्यमद्वादशी एकादशी (29 जुलाई 2023):
– यह व्रत करने से आत्मा की शुद्धि होती है और शांति प्राप्ति होती है।

16. पावित्रा एकादशी (12 अगस्त 2023):
– यह एकादशी करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और आत्मा पवित्र होती है।

17. लेोनी उत्तान एकादशी (27 अगस्त 2023):
– इस एकादशी को विष्णुप्रिया के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन का व्रत करने से धन संपत्ति की प्राप्ति होती है।

18. आप्त-आमित्र एकादशी (10 सितंबर 2023):
– आप्त-आमित्र एकादशी का व्रत करने से समस्त कष्टों का नाश होता है और मित्रता में वृद्धि होती है।

19. पारिवराजक एकादशी (25 सितंबर 2023):
– इस एकादशी का व्रत करने से सभी पापों का नाश होता है और दैवीय सुख की प्राप्ति होती है।

20. इंदिरा एकादशी (10 अक्टूबर 2023):
– इंदिरा एकादशी के व्रत से यत्नशीलता और साहस की प्राप्ति होती है और समस्त कष्ट दूर होते हैं।

21. पापांकुशा एकादशी (24 अक्टूबर 2023):
– यह एकादशी करने से सभी पापों का नाश होता है और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

22. रमा एकादशी (9 नवंबर 2023):
– रमा एकादशी को खोमस्यनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है और इसका व्रत करने से उत्तम जीवन साथी की प्राप्ति होती है।

23. हरिबोदिनी एकादशी (23 नवंबर 2023):
– इस दिन का व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती है।

24. देवूतपन्चमी एकादशी (8 दिसंबर 2023):
– यह एकादशी करने से सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्ति होती है और धर्म की रक्षा होती है।

25. उत्पन्निका एकादशी (22 दिसंबर 2023):
– इस एकादशी का व्रत करने से समस्त दुःखों से मुक्ति मिलती है और धन संपत्ति की प्राप्ति होती है।

एकादशी मनाने के सरल तरीके:

  1. व्रत की संकल्प से शुरुआत करें:
  2. एकादशी के व्रत में संकल्प करना महत्वपूर्ण होता है। इससे व्रत का महत्व बढ़ जाता है और उसकी पूर्ति होती है।

  3. विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करें:

  4. एकादशी के दिन विष्णु भगवान का सहस्त्रनाम स्तोत्र पढ़ना चाहिए। इससे भगवान की कृपा प्राप्ति होती है।

  5. नियमित ध्यान और पूजन करें:

  6. एकादशी के दिन नियमित ध्यान और पूजन करना चाहिए। इससे मन को शांति मिलती है और भगवान की कृपा प्राप्ति होती है।

  7. भगवद गीता के पाठ का महत्व:

  8. एकादशी के दिन भगवद गीता के पाठ का भी विशेष महत्व होता है। इससे आत्मा को शक्ति मिलती है और उसका उद्धार होता है।

  9. भोजन का विशेष महत्व:

  10. एकादशी के दिन शुद्ध और सात्विक भोजन का विशेष महत्व होता है। अन्न का ध्यान रखते हुए सात्विक भोज

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